बरहपुर मनरेगा भ्रष्टाचार मामले में प्रधान , रोजगार सेवक , सचिव और जे ई को बीडीओ ने जारी किया नोटिस
बस्ती ( हर्रैया ) - ग्राम पंचायत बरहपुर में फर्जी आनलाइन मस्टर रोल जारी करके मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन को लूटने का प्रयास ग्राम प्रधान कान्ती देवी , रोजगार सेवक कुसुमलता , सचिव राम जस वर्मा और तकनीकी सहायक ( जे ई ) रघुनाथ पटेल द्वारा किया जा रहा था और सभी के द्वारा मनरेगा मजदूरों के हकों पर डाका डाला जा रहा था ।
खण्ड विकास अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय ने मनरेगा भ्रष्टाचार मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्राम प्रधान , रोजगार सेवक , सचिव और तकनीकी सहायक (जे ई ) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 07 कार्य दिवस के अन्दर सभी से ग्राम पंचायत बरहपुर में चल रहे फर्जी आनलाइन मस्टर रोल पर फर्जी मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाने के सम्बंध में जबाब मांगा है ।
सूत्रों के मुताबिक ग्राम पंचायत बरहपुर में विकास के नाम पर मनरेगा योजना की धज्जियां उड़ाई जा रही थी । रोजगार सेवक कुसुमलता द्वारा तालाब खुदाई / सफाई कार्य का आनलाइन मस्टर रोल जारी करके बिना कार्य करायें फर्जी 170 मनरेगा मजदूरों की दो साइडों पर हाजिरी लगाई जा रही थी । दो साइडों पर तालाब खुदाई / सफाई के नाम पर सरकारी धन पर डाका डाल रहे ग्राम प्रधान कान्ती देवी का कारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और अनेक सम्मानित समाचार पत्रों में खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी ।
खण्ड विकास अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय ने सोशल मीडिया / समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए दो साइडों पर चल रहे आनलाइन मस्टर रोल कार्य का धरातलीय निरीक्षण सहायक विकास अधिकारी ( एडीओं पंचायत ) सुशील कुमार श्रीवास्तव से दिनांक 10 -05 -2024 को कराया जिसमें दो साइडों पर कोई मनरेगा मजदूर कार्य करते नही मिले अर्थात् सोशल मीडिया / समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर सत्य मिला । इस सम्बंध में खण्ड विकास अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय ने मीडिया टीम को बताया कि ग्राम पंचायत बरहपुर में चल रहा मनरेगा भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में है।
ग्राम प्रधान कान्ती देवी , रोजगार सेवक कुसुमलता , सचिव राम जस तकनीकी सहायक ( जे ई ) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 07 दिनों के अन्दर सभी से जबाव मांगा गया है सन्तोष जनक जबाव न मिलने पर सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटना की प्रवृत्ति किसी दूसरे ग्राम पंचायत में न हो । क्योंकि किसी भी ग्राम पंचायत में कोई भी कार्य शासनादेश के खिलाफ नही होगा जो भी कार्य होगा वह सरकारी शासनादेश के अनुसार ही होगा ।
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