स्तन कैंसर से बचा जा सकता है- डॉ0 सुनील चौधरी
बस्ती - मेडिको हॉस्पिटल में स्तन कैंसर, महिलाओ में सबसे ज्यादा होने वाल कैंसर है हर साल करीब एक लाख महिलाओ की मौत स्तन कैंसर से है, इसको शुरुआती स्टेज में पहचानना सबसे आसान और सस्ता है फिर भी जागरूकता की कमी के कारण ज्यादातर मरीज डॉक्टर के पास लास्ट स्टेज में पहुंचते है यदि शुरुआती स्टेज में डॉक्टर के पास पहुंचते है तो पूरी तरह से ठीक होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
स्तन कैंसर से बचने के लिए दो काम करने होंगे 1. इसके बारे में जागरूक रहे 2. नियमित स्क्रीनिंग के लिए अवश्य जाये
स्तन में आने वाले बदलावों पर लगातार नजर रखने के लिए आपको "सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन" के बारे में जानना बहुत जरुरी है, इस प्रक्रिया में 20 से 65 वर्ष की सभी महिलाओ को माह में एक बार अपना स्तन अवश्य चेक करना चाहिए! सही समय पीरियड्स के एक हफ्ते बाद का समय सबसे उचित होता है क्योकि उस समय सरीर में हॉर्मोन्स का स्तर सबसे कम होने के कारन स्तन में तनाव काम होता है जिससे उसको चेक करना आसान होता है, जिन महिलाओ के पीरियड्स बंद हो गए है वो महीने का कोई एक दिन चुन सकती है ये तो हो गई जागरूकता की बात दूसरी बात स्क्रीनिंग, जिस महिला की उम्र 20 से 40 वर्ष है उसको 3 साल में एक बार मैमोग्राफी या क्लीनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के लिए अवश्य जाना चाहिए और जिस महिला की उम्र ४० वर्ष से अधिक है उसको 2 साल में एक बै मैमोग्राफी या क्लीनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के लिए अवश्य जाना चाहिए जिससे किसी भी तरह के संभावित बदलाव को जल्दी ही पहचाना जा सके!
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन करते समय इन बदलावों पर गौर करना आवश्यक है, स्तन की त्वचा के रंग में बदलाव, त्वचा का संतरे के छिलके जैसा मोटा हो जाना, निप्पल से खून या मवाद आना, स्तन में गाँठ, दोनों स्तनों के आकर एक सामान न होना, निप्पल में बदलाव या निप्पल का अंदर की तरफ मुड़ा होना, बगल में गिल्टी निकलना या सूजन इत्यादि, इसमें से किसी भी तरह का बदलाव महसूस होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से बात करे!
स्तन कैंसर होने के रिस्क फैक्टर पर भी ध्यान देना आवश्यक है जैसे जो महिला कभी माँ नहीं बनी है उसको स्तन कैंसर का खतरा थोड़ा जयादा होता है इस तरह स्तनपान करने वाली महिला को स्तनपान न करने वाली महिला की तुलना स्तन कैंसर का खतरा थोड़ा काम होता है, जिस महिला को हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरैपी चली हो उसको भी सामान्य महिला की तुलना में खतरा ज्यादा होता है! एक और ध्यान देने वाली बात यह है की स्तन कैंसर के 5 - 10 % मामले अनुवांशिक भी हो सकते है, इसमें आपके पूर्वजो से आपको खतरनाक जीन (BRCA 1 & BRCA 2) मिल सकते है जो आपके अंदर स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा देते है! यदि आपके किसी फर्स्ट डिग्री रिलेटिव को स्तन कैंसर था तो आपको सावधान रहने की जरुरत ज्यादा है क्युकी जिन महिलाओ में BRCA1 & BRCA 2 जीन मौजूद उनको अन्य महिलाओ की तुलना में स्तन कैंसर होने का खतरा 40 गुना तक ज्यादा होता है। स्तन की हर गांठे कैंसर नहीं होती है फिर भी सावधान रहना बहुत ही आवश्यक है यदि आपके स्तन में किसी भी तरह का बदलाव महसूस हो तो अपने डॉक्टर से अवश्य सैमपार्क करे।
डॉ सुनील चौधरी (CEO- MrMedico Health Care Pvt Ltd)
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