उच्च अधिकारियों से रोजगार सेवक मिथिलेश को अपना अधिकार मांगना पड़ रहा भारी
बस्ती ( कुदरहा ) - विकासखण्ड कुद रहा के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोप में तैनात रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया ने अपने अधिकार के लिए उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
उच्च अधिकारियों से रोजगार सेवक को अपना अधिकार मांगना भारी पड़ रहा है। आपको बता दें कि ग्राम पंचायत कोप ग्राम प्रधान जानकी देवी जब से ग्राम प्रधान निर्वाचित हुई है तब से मनरेगा कार्यों में मस्टर रोल पर रोजगार सेवक के फर्जी हस्ताक्षर से भुगतान प्राप्त कर रही थी। रोजगार सेवक को दरकिनार करके ब्लाक में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर से मस्टर रोल निकलवाती थी और अपना मना चाहा मस्टर रोल पर मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाकर भुगतान प्राप्त करती है।
प्रत्येक मनरेगा कार्यों में रोजगार सेवक को बिना किसी सूचना दिये मनरेगा कार्य कराती है । ग्राम पंचायत कोप एक ऐसी ग्राम पंचायत है जहां ग्राम प्रधान जानकी देवी रोजगार सेवक मिथिलेश को दरकिनार करके फर्जी हस्ताक्षर के सहारे धड़ल्ले से भुगतान हो रहा है। रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया ने लगातार 03 वर्षों से उच्च अधिकारियों से शिकायत कर रही है लेकिन उच्च अधिकारियों ने रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया की समस्याओं को नही सुना जिसका परिणाम आज रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया को भुक्तना पड़ रहा है एवं रोजगार सेवक को न्याय के लिए दर - दर की ठोकर खाना पड़ रहा है।
रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया को उच्च अधिकारियों से न्याय तो नही मिला बल्कि 20% कमीशन मांगने का आरोप अवश्य मिला । ग्राम प्रधान जानकी देवी अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए / उच्च अधिकारियों को गुमराह करने के लिए रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया पर मनरेगा कार्यों में 20% कमीशन मांगने का आरोप लगा रही है।
ताकि उच्च अधिकारियों का ध्यान भटक जाएं और ग्राम प्रधान पहले की तरह मनचाहा मस्टर रोल जारी करायें एवं मनचाहा मनरेगा मजदूरों की फर्जी हस्ताक्षर लगाकर फर्जी भुगतान प्राप्त करना आसान हो जाएं।
इस संम्बंध रोजगार सेवक मिथिलेश पत्नी कन्हैया ने बताया कि हम अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ती रहूंगी हमारे खिलाफ ग्राम प्रधान जानकी देवी को जो भी आरोप लगाना हो लगाये । हम ग्राम पंचायत में विकास के नाम पर लूट नही होने देंगे ।
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