बस्ती जिले में पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर नजमुल की लापरवाही से पड़िया की गई जान
- राजकीय पशु चिकित्साधिकारी डा० नजमुल को दर्जनों बार फोन करने के बाद भी मामले का नही लिया संज्ञान - पीड़ित
- डा० नजमुल के द्वारा भेजे गए प्राइवेट आदमी के गलत इलाज करने से पड़िया की गई जान - पीड़ित
- मनीष कुमार नामक प्राइवेट आदमी के इलाज से पड़िया की हुई मौत - पीड़ित
कप्तानगंज / बस्ती- पशु चिकित्साधिकारी राजकीय पशु चिकित्सालय कप्तानगंज डा० नजमुल की लापरवाही / मनमानी से बीमार पड़िया की मौत हो गई । पीड़ित परिवार ने प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी डा० नजमुल के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत किया है और उक्त प्रकरण की जांच कर बीमार पशु के इलाज में लापरवाही करने वाले डा० नजमुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखण्ड कप्तानगंज के अन्तर्गत ग्राम पंचायत परसपुरा में अनूप कुमार पुत्र राम सुख की लगभग 02 वर्ष से ऊपर की पड़िया बीमार थी ' जिसकी सूचना फोन के माध्यम से दिनांक 08-10-2024 को दिन मंगलवार को सुबह 09.30 बजे चिकित्साधिकारी डा० नजमुल को दी गई थी । डा० नजमुल ने फोन के माध्यम से बताया कि रास्ते में हूं गोण्डा जिला से प्रतिदिन डियूटी करता हूं आधे घंटे में पहुंच कर बीमार पड़िया को देखता हूं और इलाज कर दूंगा । डा० नजमुल राजकीय पशु चिकित्सालय कप्तानगंज लगभग 11 बजे पहुंचे और फोन के माध्यम से बताया कि मैं अस्पताल पर आ गया हूं अभी थोड़ी देर में इलाज करने आ रहा हूं । दर्जनों फोन के बाद भी डा० नजमुल बीमार पड़िया का इलाज करने नही पहुंचे और कहा कि गो उपाध्यक्ष ( दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ) महेश शुक्ला आ रहे हैं उनका स्वागत जगह - जगह हो रहा है । कप्तानगंज चौराहे पर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री महेश शुक्ला के स्वागत समारोह सम्पन्न होने के बाद ही हम बीमार पशु ( पड़िया ) का इलाज कर पायेंगे । शाम लगभग 03 बजे मनीष नामक प्राइवेट व्यक्ति को परसपुरा गांव में बीमार पशु ( पड़िया ) का इलाज करने के लिए भेजा । मनीष ने परसपुरा गांव में पहुंच कर डा० नजमुल के निर्देश पर बीमार पड़िया का उल्टा सीधा इलाज कर दिया व इलाज के नाम पर 800 रुपये नकद ले लिया और 200 रुपये का दवा लिख दिया । मनीष के इलाज के बाद बीमार पड़िया की स्थिति और नाजुक हो गई । दूसरे दिन पड़िया ने चारा पानी खाना पीना बन्द कर दिया था और दिनांक - 09-10-2024 को शाम लगभग 09 बजे बीमार पड़िया ने दम तोड़ दिया । इस सम्बंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करना चाहा तो मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर निकला ।


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